SDM Full Form in Hindi | योग्यता | कार्य | परीक्षा | सैलरी

SDM Full Form in Hindi: सरकार के किसी भी खाते मे सरकारी अफ़सर बनने के लिए हमे कड़ी से कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। अगर हम पढ़ाई मन लगाकर करेंगे तो किसी भी सरकारी पद को हम आसानी से हासिल कर सकते है।

SDM भी कुछ ऐसा ही पद है जिसे पाने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यह एक प्रतिष्ठित सेवा होने के कारण हर स्टूडेंट का सपना होता है वो अपने करिअर मे उपप्रभागीय न्यायाधीश (SDM) अधिकारी बने।

SDM का फूल फॉर्म है Sub Divisional Magistrate और हिंदी मे Sub Divisional Magistrate को उपप्रभागीय न्यायाधीश कहा जाता है।

एक जिल्हे मे सिर्फ एक ही sub divisional magistrate की नियुक्ती की जाती है तो आप ही समझ लीजिए इस पोस्ट को पाने के लिए कितना competition होगा और कितनी पढ़ाई करनी पड़ती होगी। वैसे तो मेहनत से सबकुछ हासिल किया जा सकता है। कोई भी चीज मुश्किल नहीं है।

जो स्टूडेंट मन लगाकर स्टडी करते है उनके लिए यह बहुत आसान हो जाता है। उस क्षेत्र से जुड़ी पढ़ाई भी करनी पड़ती है। कई सारे स्टूडेंट इस परीक्षा की तैयारी करते है पर कुछ ही स्टूडेंट इस मे सफल हो जाते है। और यह सफलता सिर्फ मेहनती और स्मार्ट छात्रों के हिस्से मे ही आती है।

SDM पद के बारे मे विस्तार से जानकारी

SDM Full Form in Hindi

SDM (उपप्रभागीय न्यायाधीश) की परीक्षा कौन conduct करता है?

जिस तरह छात्र यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करते है ठीक उसी तरह छात्र उपप्रभागीय न्यायाधीश बनने के लिए स्टेट लेवल के पब्लिक सर्विस कमीशन (PSC) की तैयारी करते है। जैसे बिहार राज्य के लिए BPSC, उत्तर प्रदेश राज्य के लिए UPPSC, मध्यप्रदेश राज्य के लिए MPPSC आदि।

SDM (उपप्रभागीय न्यायाधीश) बनने के लिए क्या Qualification है?

यह परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी का ग्रैजूइट होना जरूरी है। अगर आपने किसी भी शाखासे अपना graduation पास किया तो भी आप यह फॉर्म भरने के लिए पात्र है। अगर आप graduate है, या graduation के लास्ट ईयर मे है तो आप उपप्रभागीय न्यायाधीश का फॉर्म भर सकते है graduation मे सिर्फ पास होना जरूरी है।

SDM का कार्य क्या है?

उपप्रभागीय न्यायाधीश जिल्हे के सभी जमीन व्यापार पर देखरेख करता है, भूमि का लेखा जोखा उपप्रभागीय न्यायाधीश की देखरेख मे ही होता है।

उपप्रभागीय न्यायाधीश के सभी उपखंड के सभी तहसीलदारों पर उपप्रभागीय न्यायाधीश का प्रत्यक्ष रूप से नियंत्रण होता है। भू राजस्व अधिकारी के रूप मे इनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है।

विवाह registration करवाना, विविध प्रकार के लाइसेन्स जारी करवाना या लाइसेन्स का नवीनीकरण करवाना हो आदि काम SDM को करना पड़ता है।

अपने क्षेत्रों से संबधित सभी विवादों को निपटाना होता है जैसे आपातकालीन आग, आत्महत्या, दहेज, बलात्कार आदि।

कार्यक्षेत्र से सबंधित राज्य मे लोकसभा और विधानसभा के सदस्यों का चुनाव करवाना, भूमि से संबंधित सभी विवादोंका निवारण करवाना इनका महत्वपूर्ण कार्य होता है।

गाँव के भूमि के नक्शे, अभिलेखों का सरंक्षण, अभिलेखों को तैयार करवाना इनकी जिम्मेदारी होती है। अपने कार्य से संबंधित सभी जूनियर अफसरों से रिपोर्ट मंगवाना, उन पर देखरेख करवाना इनकी जिम्मेदारी होती है।

हमे आशा है की आपको ऊपर दी गई “SDM Full Form in Hindi” इस पोस्ट मे SDM पद के बारे मे विस्तार से जानकारी हेल्पफुल लगी होगी, अगर आपको यह जानकारी हेल्पफुल लगती है तो आप अपने exam की तैयारी कर रहे दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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